मेरा श्याम के सिवा,
रखवाला नहीं,
खाटू दूर है मगर,
खाटू वाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।bd।
तर्ज – ओ रब्बा कोई तो बताए।
मेरी आस में तू,
है विश्वास में तू,
महसूस होता,
मेरे पास है तू,
ऐसा कौन सा है संकट,
मेरा टाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।bd।
मेरी जिन्दगी है,
ये तेरे हवाले,
जैसा भी चाहे,
मुझे तू चला ले,
कोई बोझ मेरे मन में,
मैंने पाला नही,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।bd।
क्या हुआ जो दर तेरे,
आ नही पाऊं,
‘सचिन’ साथ हो तुम,
तुम्हें क्यों बुलाऊँ,
मैंने दिल से भरोसा,
ये निकाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।bd।
मेरा श्याम के सिवा,
रखवाला नहीं,
खाटू दूर है मगर,
खाटू वाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।bd।
Singer – Sandeep Sharma