म्हारी बात बनावे,
खाटू में बैठ्यो दीनानाथ रे,
खाटु में बैठ्यों दीनानाथ रे,
खाटु में बैठ्यों दीनानाथ रे,
म्हारी लाज बचावे,
खाटु में बैठयों दीनानाथ रे।।
क्यों करा चिंता फिकर यो,
हरदम म्हारे सागे,
थे ही घर का मालिक हो,
बाप माई सो लागे,
म्हारी भुल मिटा दे,
छोडू ना बाबा थारो हांथ रे,
म्हारी लाज बचावे,
खाटु में बैठयों दीनानाथ रे।।
जब भी निकलू घर सु बाबा,
नाम थारो ही ध्यायु,
दुनिया की परवाह नहीं थारे,
आगे हाथ बढाऊ,
ओ म्हारो हाथ पकड़के,
चल देवे बाबो म्हारे साथ रे,
म्हारी लाज बचावे,
खाटु में बैठयों दीनानाथ रे।।
जब जब म्हारो मनडो होवें,
बाबा घणो उदास,
आफत के आने से पहले,
आवे म्हारे पास,
ओ म्हारे मन ने भावे,
सांवरिया थारी मीठी बात रे,
म्हारी लाज बचावे,
खाटु में बैठयों दीनानाथ रे।।
म्हारी बात बनावे,
खाटू में बैठ्यो दीनानाथ रे,
खाटु में बैठ्यों दीनानाथ रे,
खाटु में बैठ्यों दीनानाथ रे,
म्हारी लाज बचावे,
खाटु में बैठयों दीनानाथ रे।।
Singer & Writer – Manoj Pareek
Upload – Dinesh Jangid
9799335105