खाटू में बिराज्यो बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे,
यो भक्तां का काज करे,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
तर्ज – होलिया में उड़े रे गुलाल।
दूर दूर से आवे रे जातरी,
नाचे गावे पूरी रात्रि,
बरसे अमृत धार,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
सवामणि में तेरे चूरमो चढ़ावे,
तू जीमे जब चंवर डुलावे,
कर ल्यो थे इक बार,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
यो पांगला नाचा दे गूंगा ने बुला दे,
श्याम धणी आंधा ने दिखा दे,
बांझड़या के खेले टाबर चार,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
ग्यारस पे जो दर्शन कर ले,
उका दुखड़ा यो खुद हर ले,
मौज करे परिवार,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
‘राजू’ केहवे मिनख जमारो,
श्याम धणी ने ही छे सुधारयो,
म्हारी कर दी बेडा पार,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
खाटू में बिराज्यो बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे,
यो भक्तां का काज करे,
यो हिवड़ा पे राज करे,
खाटू में बिराज्यों बाबा श्याम,
यो भक्तां का काज करे।।
Singer & Writer – Rajendra Agrawal Dei