खाटू में जाके श्याम का,
दरबार देख लो,
भक्तो पे जो बरस रहा,
वो प्यार देखलो,
खाटु में जा के श्याम का,
दरबार देख लो।।
क्या चाँद क्या सितारें,
सभी झूमते यहाँ,
मस्ती अनोखी ऐसी,
भला पाओगे कहाँ,
भगतो का झूमता यहाँ,
संसार देख लो,
खाटु में जा के श्याम का,
दरबार देख लो।।
धोखा अगर मिले तुम्हे,
संसार से कभी,
जब नाव डूबने लगे,
मजधार में कभी,
कर देगा पार लीले का,
असवार देख लो,
खाटु में जा के श्याम का,
दरबार देख लो।।
इक बार जाके देखलो,
दरबार श्याम के,
निश्चित बनोगे तुम सुनो,
दीवाने नाम के,
जाओगे दर पे श्याम के,
हर बार देख लो,
खाटु में जा के श्याम का,
दरबार देख लो।।
खाटू में जाके श्याम का,
दरबार देख लो,
भक्तो पे जो बरस रहा,
वो प्यार देख लो,
खाटु में जा के श्याम का,
दरबार देख लो।।
Singer – Prakash Mishra
Upload – Ravi Agrawal
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