खाटू में श्री श्याम विराजे,
सालासर बजरंगी,
हमने तो ये देख लिया,
दोनों भक्तों के संगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
तर्ज – एक डाल पर तोता बोले।
श्याम सलोना खाटू वाला,
देव बड़ा मतवाला,
निर्भय कर देता बजरंगी,
माँ अंजनी का लाला,
एक मस्ती बरसावे,
दूजा उसे बढ़ावे,
श्याम द्वार पर भजन करें नित,
बाला बन सत्संगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
भक्तों की हित श्याम प्रभु है,
जो भी हुकुम सुनाते,
तन मन से बजरंगी उसको,
पूरा है करवाते,
एक सेवक एक स्वामी,
दोनों अन्तर्यामी,
दोनों मिलकर दुष्टों की गत,
कर देते बदरँगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
लखदातारी शीश का दानी,
भरता है भंडारे,
बजरंगी बाला भक्तों की,
बिगड़ी बात सँवारे,
अन्न धन श्याम लुटाता,
हनुमत उसे बढ़ाता,
तीन बाण और गदा के आगे,
ठहरे ना कोई दंगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
तीन बाण की महाभारत में,
लीला श्याम दिखाई,
लंका जाकर बजरंगी ने,
अपनी गदा घुमाई,
दोनों सुख के दाता,
अपने भाग्य विधाता,
श्याम कृष्णा अवतारी बाला,
है अवतार भुजंगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
एक होली भक्तों संग खेले,
दूजा संग में नाचे,
इसमें कोई भी नहीं शंका,
पर दोनों है सांचे,
एक दिया एक बाती,
जोड़ी ये मन भाती,
‘श्याम सुन्दर’ सुमिरण कर ले,
जीवन में रहे ना तंगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
खाटू में श्री श्याम विराजे,
सालासर बजरंगी,
हमने तो ये देख लिया,
दोनों भक्तों के संगी,
बोलो है ना, है ना है ना,
खाटु में श्री श्याम विराजे।।
Singer – Ritesh Manocha