खाटू वाले मेरे श्याम बाबा,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।।
तर्ज – मेरे बाँके बिहारी सांवरिया।
मैंने श्याम श्याम तुझको पुकारा,
तेरे नामो का लेकर सहारा,
लोग भक्तो को देते है ताने,
हम तो तानो से डरते नहीं है,
खाटु वाले मेरे श्याम बाबा,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।।
लोग पीते है पी पी के गिरते,
हम तो पीते है गिरते नहीं है,
हम तो पीते है श्याम नाम प्याला,
ये अंगूरों की मदिरा नहीं है,
खाटु वाले मेरे श्याम बाबा,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।।
लोग दुनिया में डर डर के जीते,
हम तो दुनिया से डरते नहीं है,
हम ले लिया है श्याम का सहारा,
अब औरो की चाहत नहीं है,
खाटु वाले मेरे श्याम बाबा,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।।
आँख वालो ने देखा है तुझको,
कान वालो ने तुझको सुना है,
जिन आँखों ने देखा है तुझको,
उन आँखों में पर्दा नहीं है,
खाटु वाले मेरे श्याम बाबा,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।।
खाटू वाले मेरे श्याम बाबा,
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।।
Singer – Kamlesh Haripuri