खाटू वाले श्याम प्रभु,
हमें दर्शन तो दिखला,
तेरे भक्त पुकारे द्वार खड़े,
हमें ऐसे ना तरसा,
बड़ी दूर से चलकर बाबा,
द्वार तिहारे आए,
दर्शन बिन वापस ना जाऊँ,
दर्शन बिन वापस ना जाऊँ,
प्राण भले ही जाये,
आजा रे मेरे सांवरिया,
आजा रे मेरे सांवरियां।।
तर्ज – उड़ जा काले कावा।
महिमा बहुत सुनी है तेरी,
हे जग के दाता,
मेरे भी दुःख दूर करो ना,
हे लख के दाता,
धन दौलत नहीं मांग रहा मैं,
मांगू दर्शन तेरा,
मुझे भरोसा तेरा है बाबा,
मुझे भरोसा तेरा है,
ना तोड़ भरोसा मेरा,
आजा रे मेरे सांवरिया,
आजा रे मेरे सांवरियां।।
द्रुपदसुता की लाज बचाई,
भरी सभा माहि,
और करमा को खीचड़ खायो,
आ कलयुग माहि,
नरसी की सुन टेर मायरो,
नानी को भर आयो,
धन्ना भगत की करी सुरक्षा,
धन्ना भगत की करी सुरक्षा,
मीरा दर्शन पायो,
आजा रे मेरे सांवरिया,
आजा रे मेरे सांवरियां।।
सुनी अरज भोला भगता की,
श्याम चले आए,
नैनो में बहे नीर श्याम ने,
दर्शन दिखलाये,
‘ग्यारसी लाल’ श्याम दर्शन पा,
फुला नहीं समाया,
भव सागर से तर जाते वे,
भव सागर से तर जाते,
जिन्हे श्याम नाम मन भाया,
आजा रे मेरे सांवरिया,
आजा रे मेरे सांवरियां।।
खाटू वाले श्याम प्रभु,
हमें दर्शन तो दिखला,
तेरे भक्त पुकारे द्वार खड़े,
हमें ऐसे ना तरसा,
बड़ी दूर से चलकर बाबा,
द्वार तिहारे आए,
दर्शन बिन वापस ना जाऊँ,
दर्शन बिन वापस ना जाऊँ,
प्राण भले ही जाये,
आजा रे मेरे सांवरिया,
आजा रे मेरे सांवरियां।।
Singer & Writer – Pandit Gyarsi Lal Sharma