खाटू वालो यो मनडे भाय गयो,
दोहा – खाटू नगर रे माहीने,
बणीयो आपरो धाम,
भक्तो रा दुखड़ा दूर करे,
पल में बाबो श्याम।
खाटू वालो यो मनडे भाय गयो,
दिलडा में ज्योत जगाय गयो,
म्हारो साँवरियो गिरधारी,
खाटू वालो यो श्याम बिहारी,
है अहिलावती रा लाल,
शरण में थारो लियो,
शरणे आयोडा भक्ता रो,
दुख दूर करो,
खाटु वालो यो मनडे भाय गयो।।
खाटू धाम में मंदिर न्यारो,
जठे बेठो सांवरो प्यारो,
श्रद्धा भाव से इणने जो ध्यावे,
बण जावे यो ऊण रो सहारो,
श्री श्याम देवायः जो मंत्र जपे,
दुख संकट ना आवे जी कदे,
म्हारो साँवरियो गिरधारी,
खाटू वालो यो श्याम बिहारी,
है अहिलावती रा लाल,
शरण में थारो लियो,
शरणे आयोडा भक्ता रो,
दुख दूर करो,
खाटु वालो यो मनडे भाय गयो।।
बाबो कलयुग रो अवतारी,
जिन्हें जाणे दुनिया सारी,
हारे को यो बाबो सहारो,
‘सुनीता’ यो तारन हारो,
बाबो मंद मंद मुस्काय रहियो,
‘दिलबर’ यो दिल मे समाय गयो,
म्हारो साँवरियो गिरधारी,
खाटू वालो यो श्याम बिहारी,
है अहिलावती रा लाल,
शरण में थारो लियो,
शरणे आयोडा भक्ता रो,
दुख दूर करो,
खाटु वालो यो मनडे भाय गयो।।
खाटु वालो यो मनडे भाय गयो,
दिलडा में ज्योत जगाय गयो,
म्हारो साँवरियो गिरधारी,
खाटू वालो यो श्याम बिहारी,
है अहिलावती रा लाल,
शरण में थारो लियो,
शरणे आयोडा भक्ता रो,
दुख दूर करो,
खाटु वालो यो मनडे भाय गयो।।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया दिलबर।
9907023365
स्वर – सुनिता राठौर।