खेता ही खेता में थाको,
देवरो झुंझारा ओ,
बेठा काई आसण ढाल ढाल,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
कुणी चुनायो थाको देवरो,
झुंझारा वो,
कुणी लगाई नीज नीम नीम,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
भोपा चुनायो थाको देवरो,
झुंझारा वो,
प्रजा लगाई नीज नीम नीम,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
काई तो मांगे रुडी बांझणी,
झुंझारा ओ,
काई रे बालुडा री माय माय,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
बेटा तो मांगे थाके देवरे,
झुंझारा वो,
अन धन बालुडा री माय माय,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
काई चढावे रुडी बांझणी,
झुंझारा वो,
काई रे बालुडा री माय माय,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
छतर तो चढावे थाके देवरे,
झुंझारा वो,
परसादी बालुडा री माय माय,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
भगत मंडल कि थाने विनती,
झुंझारा वो,
मनोहर रैदास थाने विनती झुंझारा,
शरणे आया ने सोरा राख राख,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
खेता ही खेता में थाको,
देवरो झुंझारा ओ,
बेठा काई आसण ढाल ढाल,
म्हारा झुंझार राणा,
आयोडा भगता को कारज सार।।
गायक – मनोहर परसोया।