खुश हो जयागी देख जानकी,
गुँठी राम निशानी ने,
आऊँगा तन्नै लेवण खोदे,
कदे अपणी जिंदगानी ने,
खुश हो जयागी देख जानकी।।
दर दर फिरता तन्नै ढूंढता,
आज लगया मन्नै बैरा स,
पापी रावण ठा लाया,
जिका लंका के महां डेरा स,
तेरे की तरयां हाल मेरा स,
तेरे की तरयां हाल मेरा स,
कह दिए मेरी दीवानी ने,
आऊँगा तन्नै लेवण खोदे,
कदे अपणी जिंदगानी ने,
खुश हो जयागी देख जानकी।।
के त आजया बाज बदी तं ना,
कुल का नाश करावैगा,
लंका वासी सब मारे जां ना,
रोवणिया कोए पावैगा,
श्रीराम तन्नै ले ज्यावः,
श्रीराम तन्नै ले ज्यावः,
मार क उस हैवानी ने,
आऊँगा तन्नै लेवण खोदे,
कदे अपणी जिंदगानी ने,
खुश हो जयागी देख जानकी।।
घड़ा पाप का भरण ने होरया,
कुछ दिन पाछः फुटेगा,
राख भरोसा श्रीराम का ना,
तेरा भरोसा टुटेगा,
इब मर क पैंडा छुटेगा,
इब मर क पैंडा छुटैगा,
यो ज्ञान नहीं अज्ञानी ने,
आऊँगा तन्नै लेवण खोदे,
कदे अपणी जिंदगानी ने,
खुश हो जयागी देख जानकी।।
बुरे कर्म का बुरा नतीजा,
मार पिटाई गाल मिले,
सोच समझ ले कप्तान शर्मा ना,
ऐसा गाम समाल मिले,
धोखै की ना चाल चलै,
धोखै की ना चाल चलै,
मार क मन सैलानी ने,
आऊँगा तन्नै लेवण खोदे,
कदे अपणी जिंदगानी ने,
खुश हो जयागी देख जानकी।।
खुश हो जयागी देख जानकी,
गुँठी राम निशानी ने,
आऊँगा तन्नै लेवण खोदे,
कदे अपणी जिंदगानी ने,
खुश हो जयागी देख जानकी।।
गायक – नरेन्द्र कौशिक।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )