किरपा है खूब तेरी,
खूब है आशीर्वाद,
शत शत नमन तुमको,
तेरा हम करें धन्यवाद,
किरपा है खुब तेरी,
खूब है आशीर्वाद।।
तर्ज – तेरे जैसा यार कहाँ।
मेरी जिंदगी में क्या था,
तेरे बिना कन्हैया,
हारे थे हम खुद ही से,
मझधार में थी नैया,
गम की घटाओ से,
तूने किया आजाद,
शत शत नमन तुमको,
तेरा हम करें धन्यवाद,
किरपा है खुब तेरी,
खूब है आशीर्वाद।।
जब से तेरी शरण में,
हमको मिला ठिकाना,
खुशियों से भर गया है,
मेरा ये आशियाना,
तुमसे ही है अब तो,
दुनिया मेरी आबाद,
शत शत नमन तुमको,
तेरा हम करें धन्यवाद,
किरपा है खुब तेरी,
खूब है आशीर्वाद।।
गलती पे गलती करना,
माना हमारी आदत
करते हो फिर भी बाबा,
‘मोहित’ कि तुम हिफाजत,
तुम ही तो सुनते हो,
मेरी सदा फरियाद,
शत शत नमन तुमको,
तेरा हम करें धन्यवाद,
किरपा है खुब तेरी,
खूब है आशीर्वाद।।
किरपा है खूब तेरी,
खूब है आशीर्वाद,
शत शत नमन तुमको,
तेरा हम करें धन्यवाद,
किरपा है खुब तेरी,
खूब है आशीर्वाद।।
स्वर – गौरी जी अग्रवाल।
प्रेषक – राहुल कटेसरिया (रोहतक)।