किरपा करो गौरी लाल,
श्लोक – विघ्न हरण मंगल करण,
श्री गणपति महाराज,
प्रथम निमंत्रण आपको,
मेरे पूरण करिये काज।।
किरपा करो किरपा करो,
किरपा करो गौरी लाल,
चरनाँ दे नाल ला के गणपत,
कर दो सानू निहाल,
किरपा करो किरपा करो,
किरपा करो गौरी लाल।।
मंदरा दे विच थाल ने तैनूं,
लड्डुआं वाले चढ़दे,
हत्थ जोड़ के चरना दे विच,
भगत प्यारे खड़दे,
खुशियां के भंडार खोल के,
कर दो माला माल,
किरपा करो किरपा करो,
किरपा करो गौरी लाल।।
‘राजू’ वी हरि पुरिया आके,
अपणी हाजरी लौंदा,
तेरी वन्दना सबतों पहलां,
तेरा ‘सलीम’ है गौंदा,
मेवे फल ते पान चढ़ाइए,
पूरी श्रद्धा नाल,
किरपा करो किरपा करो,
किरपा करो गौरी लाल।।
किरपा करो किरपा करो,
किरपा करो गौरी लाल,
चरनाँ दे नाल ला के गणपत,
कर दो सानू निहाल,
किरपा करो किरपा करो,
किरपा करो गौरी लाल।।
Singer – Master Saleem