कीर्तन का निमंत्रण है,
कर जोड़ निवेदन है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
तर्ज – ये रेशमी झुलफें।
सबसे पहले विनायक की,
करें ध्यावना,
अपने गुरुवर के आने की,
करें प्रार्थना,
सब देवों को आना है,
कीर्तन को सफल बनाना है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
कीर्तन का निमंत्रण हैं,
कर जोड़ निवेदन है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
श्याम ने हमसे आने का,
वादा किया,
देकर दर्शन वो हम पर,
करेंगे दया,
खुद को रोक न पाएंगे,
हनुमत भी संग आएँगे,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
कीर्तन का निमंत्रण हैं,
कर जोड़ निवेदन है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
जिन को ढूंढे जगत में,
यहां से वहां,
सारे हैरान है भगवन,
छुपे हो कहां,
कीर्तन में प्रभु आते हैं,
निश्चय ही मिल जाते हैं,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
कीर्तन का निमंत्रण हैं,
कर जोड़ निवेदन है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
सारे भक्तों से ‘बिन्नू’ की,
विनती है ये,
आए सभी श्याम प्रेमी,
पुराने नए,
दावे से ‘जीतू’ कहता है,
अपना यह प्रेम का नाता है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
कीर्तन का निमंत्रण हैं,
कर जोड़ निवेदन है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
कीर्तन का निमंत्रण है,
कर जोड़ निवेदन है,
आइए श्याम से,
हम मिलेंगे सभी,
आइए बाबा से,
हम मिलेंगे सभी।।
– भजन प्रेषक व गायक –
जीत जीतेन्द्र जीतू,
संपर्क – 09572235517