किशोरी कब कृपा होगी,
लाड़ली कब दया होगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
हृदय को चीर दिखलाऊं,
पीर कैसे मैं समझाऊं,
ना मुख से दर्द कह पाऊं,
बता दो क्या दवा दोगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
नही होता भजन मुझसे,
नियम पालन कठिन मुझसे,
साधन हीन मुझ जैसे,
अधम की क्या गति होगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
ना छूटती देह की ममता,
ना होती जगत में समता,
निरंतर घट रही क्षमता,
अति आसक्त दुख भोगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
प्रबल है विषय रस सेवन,
शिथिल है नाम जप सुमिरन,
बंधा हूँ कर्म के बंधन,
क्या मुझको आसरा दोगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
फिर भी विश्वास है भारी,
की एक दिन आयेगी बारी,
श्री ‘गौरदास’ बलिहारी,
की एक दिन बांह पकडोगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
किशोरी कब कृपा होगी,
लाड़ली कब दया होगी,
स्वामिनी कब कृपा होगी,
श्री राधे कब दया होगी।।
स्वर – श्री गौरदास जी महाराज।
प्रेषक – विकास किशोरी दास।
9996546969