किसपे करे भरोसा,
ढूंढें कहाँ किनारा,
तेरे सिवा जहां में,
कोई नहीं हमारा,
किस पे करें भरोसा,
ढूँढे कहाँ किनारा।।
सांसो का क्या ठिकाना,
कब साथ छोड़ जाए,
जीवन से जो लगाई,
हर आस तोड़ जाए,
जब तक है साँस बाकी,
गुणगान हो तुम्हारा,
किस पे करें भरोसा,
ढूँढे कहाँ किनारा।।
अपनो से है शिकायत,
गैरों से क्या गिला है,
दोनो ही सूरतों में,
धोखा ही तो मिला है,
कैसे जिएँ बता दे,
हमें ज़िंदगी ने मारा,
किस पे करें भरोसा,
ढूँढे कहाँ किनारा।।
मालिक तेरे जहां में,
हम कैसे रह रहे है,
आँखों से बहते आंसू,
सब कुछ तो कह रहे है,
सब देख कर भी दामन,
भीगा नहीं तुम्हारा,
किस पे करें भरोसा,
ढूँढे कहाँ किनारा।।
किसपे करे भरोसा,
ढूंढें कहाँ किनारा,
तेरे सिवा जहां में,
कोई नहीं हमारा,
किस पे करें भरोसा,
ढूँढे कहाँ किनारा।।
Singer – Anil Sharma