किस से नजर मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद,
आँखों में ताबे दीद अब,
बाकी नहीं रहा,
किससें नज़र मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद।।
सारे देवतों का एहतराम भी,
मेरी निगाह में है,
किस किस को सर झुकाऊं,
तुम्हे देखने के बाद,
किससें नज़र मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद।।
है लुत्फ़ बस इसी में,
मज़ा इसी में है,
अपना पता ना पाऊं,
तुम्हे देखने के बाद,
किससें नज़र मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद।।
मेरा एक तू ही तू है,
दिलदार प्यारे कान्हा,
झोली कहां फैलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद,
किससें नज़र मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद।।
प्यारे ये प्यार तेरा,
महफ़िल में खींच लाया,
महबूब ये प्यार तेरा,
महफ़िल में खींच लाया,
दिलबर ये प्यार तेरा,
महफ़िल में खींच लाया,
दिल की किसे सुनाऊं,
तुम्हे देखने के बाद,
किससें नज़र मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद।।
किस से नजर मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद,
आँखों में ताबे दीद अब,
बाकी नहीं रहा,
किससें नज़र मिलाऊँ,
तुम्हे देखने के बाद।।
स्वर – कृष्णलीन श्री विनोद जी अग्रवाल।
प्रेषक – विजेन्द्र बाबू गुप्ता
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