कोई देता नहीं है साथ,
मैं हार गया हूँ नाथ,
प्रभु अब दया करो,
कहीं बनती नहीं है बात,
सब छोड़ गए मेरा साथ,
प्रभु अब दया करो,
प्रभु अब दया करो।।
तर्ज – चिट्ठी ना कोई सन्देश।
गर दीन दुखी तेरे दर,
तारा ना जाएगा,
फिर कौन बता मेरे श्याम,
तेरे दर पे आएगा,
मेरे सर पे रख दो हाथ,
मेरे हर लो दुःख संताप,
प्रभु अब दया करो,
प्रभु अब दया करो।।
सब तुम पर सौंप दिया,
सौंपी परिवार की डोर,
अब देखते हैं बाबा,
ले जाते हो किस ओर,
सब भुला के मेरे पाप,
चरणों से लगा लो आप,
प्रभु अब दया करो,
प्रभु अब दया करो।।
‘राखी’ तेरे चरणों में,
मांगे इतना वरदान,
‘सोनू’ की हर पीढ़ी,
तेरा करती रहे गुणगान,
सब भुला के मरे पाप,
चरणों से लगा लो आप,
प्रभु अब दया करो,
प्रभु अब दया करो।।
कोई देता नहीं है साथ,
मैं हार गया हूँ नाथ,
प्रभु अब दया करो,
कहीं बनती नहीं है बात,
सब छोड़ गए मेरा साथ,
प्रभु अब दया करो,
प्रभु अब दया करो।।
Singer – Sonu Pandit