कोई नहीं ऐसो जैसो श्याम सरकार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार।।
तर्ज – एक परदेसी मेरा दिल ले गया।
ढूंढ्यो सारी दुनिया ना,
पायो कोई श्याम सो,
मनड़े ने भायो एक,
रूप घनश्याम को,
बड़ो ही दयालु है,
यो बड़ो दिलदार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार,
कोईं नहीं ऐसो जेसो श्याम सरकार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार।।
दुःख की घड़ी में जो भी,
श्याम ने बुलावे है,
दोड्यो दोड्यो आवे बाबो,
देर ना लगावे है,
इसीलिए खाटू माहि,
लगे है कतार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार,
कोईं नहीं ऐसो जेसो श्याम सरकार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार।।
टूट्योड़ी हो नाव चाहे,
अंधियारी रात हो,
श्याम जद साथ है तो,
डर किस बात को,
श्याम ही संभाले बन्दे,
तेरी पतवार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार,
कोईं नहीं ऐसो जेसो श्याम सरकार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार।।
सांवरे से सेठ के तू,
द्वार जा के देख ले,
श्याम चरणों में ‘बिन्नू’,
तू भी माथो टेक ले,
साँची साँची बोलूं मन्ने,
बहुत करे प्यार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार,
कोईं नहीं ऐसो जेसो श्याम सरकार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार।।
कोई नहीं ऐसो जैसो श्याम सरकार,
सांचो दरबार इको सांचो दरबार।।
स्वर – सौरभ मधुकर।
Video Not Available..