क्षमा भाव हम जैनियों की निशानी,
जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।।
पर्व पर्युषण जो है आते,
दस धर्मो का सार बताते,
अंत में मनाएं हम पर्व क्षमावाणी,
क्षमा भाव हम जैनियो की निशानी,
जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।।
क्षमा भाव जीवन में जो पाले,
करुणा का दीपक मन में जलाले,
धन्य उसका जीवन धन्य वह प्राणी,
क्षमा भाव हम जैनियो की निशानी,
जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।।
प्रभु महावीर ने संदेश बताया,
जियो और जीने दो का पथ दिखलाया,
हम भी क्षमा वान बने धीर वीर प्राणी,
क्षमा भाव हम जैनियो की निशानी,
जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।।
क्षमा भाव हम जैनियों की निशानी,
जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।।
गायक एवं लेखक – अंश जैन, इंदौर।
संपर्क – 7999872023