थोड़े दिन से जी नहीं भरता,
कुछ तो बात बनाओ जी,
ऐसी किरपा कर खाटू में,
कुछ दिन और बिताऊ जी।।
पहले दिन की यात्रा,
रिंगस से निसान उठाऊं जी,
झूमते गाते भजन सुनाते,
बाबा तुझे रिझाऊ जी,
थोड़ी बात जो मेरी मानो,
मैं दर्शन कर आऊं जी,
ऐसी किरपा कर खाटू में,
कुछ दिन और बिताऊ जी।।
दूजे दिन सालासर जाऊं,
सुख दुःख उन्हें सुनाऊ जी,
बालाजी को धोक लगा कर,
दुखड़े मैं भी मिटाऊ जी,
थोड़ी सिफारिस कर दो बाबा,
मैं जीवन में तर जांऊ जी,
ऐसी किरपा कर खाटू में,
कुछ दिन और बिताऊ जी।।
तिजे दिन मैं झुंझुनू जाऊ,
चरणों में बिछ जाऊ जी,
दादी दादी कह कर उनको,
प्यारे भजन सुनाऊं जी,
दादी का मैं प्यार पाकर,
खाटू को लौट आऊं जी,
ऐसी किरपा कर खाटू में,
कुछ दिन और बिताऊ जी।।
छोड़ के बाबा घर को जाऊ,
दिल मेरा नही करता जी,
प्यार दिया जो तूने बाबा,
दिल मेरा नही भरता जी,
प्यार थोड़ा ‘पिंटू’ से ज्यादा,
तो एक बात बताऊं जी,
ऐसी किरपा करदे बाबा,
खाटू में रह जाऊ जी।।
थोड़े दिन से जी नहीं भरता,
कुछ तो बात बनाओ जी,
ऐसी किरपा कर खाटू में,
कुछ दिन और बिताऊ जी।।
Singer / Lyrics – Pintu Bhagat
7276601989