क्या घाव दिए जग ने,
तुझको दिखलाऊंगा,
फुर्सत में बैठना,
तेरे द्वार मैं आऊंगा,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता।।
तर्ज – मिलना हमें तुमसे।।
नहीं बोल पाता मैं,
जब तुमसे मिलता हूँ,
सुध बुध खोकर अपनी,
तुझे तकता रहता हूँ,
तू खोल के दिल रखना,
जब हाल सुनाऊंगा,
फुर्सत में बैठना,
तेरे द्वार मैं आऊंगा,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता।।
तेरा साथ ही अब बाबा,
मुझे जान से प्यारा है,
जो मरहम तू मेरा,
सब जख्म गंवारा है,
तेरे प्रेम की छाया में,
मैं तो सो जाऊंगा,
फुर्सत में बैठना,
तेरे द्वार मैं आऊंगा,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता।।
इतनी सी हसरत है,
तुझे आज बताता हूं,
तेरा ‘नेह’ मिले मुझको,
यही अर्ज लगाता हूं,
तुम आज मेरी सुन लो,
फिर मैं तर जाऊंगा,
फुर्सत में बैठना,
तेरे द्वार मैं आऊंगा,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता।।
क्या घाव दिए जग ने,
तुझको दिखलाऊंगा,
फुर्सत में बैठना,
तेरे द्वार मैं आऊंगा,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता,
सांवरे किससे कहूं मैं व्यथा,
तू सुने इतना है मुझको पता।।
Singer – Prateek Mishra
9389220702