​क्या खिलाया जाये बोल भोलेनाथ तुझे क्या भोग लगाया जाए

​क्या खिलाया जाये, तुझे क्या पिलाया जाए, बोल भोलेनाथ तुझे, क्या भोग लगाया जाए।। तर्ज – मार दिया जाए या छोड़। आप खुश हो जाये, मै वो ही मंगवा दु, अक धतुरे कि बूटी बोलो पिसवा दु, बोलो भोले जी बोलो, जरा अंखिया तो खोलो, भांग घुटवा दु, किशमिश डाली जाये, बादाम मिलाया जाये, बोल … Continue reading ​क्या खिलाया जाये बोल भोलेनाथ तुझे क्या भोग लगाया जाए