लड्डू गोपाला यशोदा का लाला,
दोहा – चंचल चतुर बड़ा ही कोमल,
मनहर रूप रसाल,
‘मधुप’ मात यशोदा का ये,
प्यारा लड्डू गोपाल।
लड्डू गोपाला यशोदा का लाला,
छम छम नाचे,
छम छम नाचे,
छम छम नाचे,
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे।bd।
नन्द भवन का रूप खिलौना,
बड़ा सुन्दर बड़ा मनमोहना,
नन्द भवन का रूप खिलौना,
बड़ा सुन्दर बड़ा मनमोहना,
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे।bd।
मोर मुकुट बसंती पगड़िया,
बड़ी मीठी बजावे मुरलिया,
मोर मुकुट बसंती पगड़िया,
बड़ी मीठी बजावे मुरलिया,
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे।bd।
माखन मिश्री छाछ का रसिया,
राधा वल्लभ गोपिन मन बसिया,
माखन मिश्री छाछ का रसिया,
राधा वल्लभ गोपिन मन बसिया,
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे।bd।
बड़ा नटखट है चतुर छबीला,
करे ‘मधुप’ अनोखी नित लीला,
बड़ा नटखट है चतुर छबीला,
करे ‘मधुप’ अनोखी नित लीला,
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे।bd।
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे,
छम छम नाचे,
छम छम नाचे,
लड्डू गोपाला यशोंदा का लाला,
छम छम नाचे।bd।
Singer – Surbhi Chaturvedi