लाड़ली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है,
बेसहारों को सहारा,
तेरे बरसाने में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
झांकीया तेरे महल की,
कर रहे सब देवगण,
आ गया बैकुंठ सारा,
तेरे बरसाने में है,
आ गया बैकुंठ सारा,
तेरे बरसाने में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
हर लता हर डाल पर,
तेरी दया की है नजर,
हर घड़ी यशोमत दुलारा,
तेरे बरसाना में है,
हर घड़ी यशोमत दुलारा,
तेरे बरसाना में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
भानु की है लाड़ली तू,
श्याम की है प्राणेश्वरी,
प्रेम का अद्भुत नजारा,
तेरे बरसाने में है,
प्रेम का अद्भुत नजारा,
तेरे बरसाने में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
तू ही ममता की है सरिता,
तू ही है करुणामयी,
तेरी कृपा की शीतल छाया,
तेरे बरसाने में है,
तेरी कृपा की शीतल छाया,
तेरे बरसाने में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
अब कहाँ जाऊं किशोरी,
तेरे दर को छोड़ कर,
मेरे जीवन का सहारा,
तेरे बरसाने में है,
मेरे जीवन का सहारा,
तेरे बरसाने में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
लाड़ली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है,
बेसहारों को सहारा,
तेरे बरसाने में है,
लाडली अद्भुत नज़ारा,
तेरे बरसाने में है।।
स्वर – धीरज बावरा जी।
जय श्री राधे आनंद मई श्री राधा रानी की जय हो