लख चौरासी रा छोटा टेशन,
दोहा – राम नाम मे आलसी,
भोजन मे हुशियार,
तुलसी ऐसे जीव को,
बार बार धिक्कार।
लख चौरासी रा छोटा टेशन,
मोटा मिनक जमारा है,
उन टेशन भगवान मिले तो,
अरे शरना श्याम तुम्हारा हे ओ जी हा।।
ए हे जलखान का टेशन ऊपर,
दो गम दुख की धारा है,
जलखान का टेशन ऊपर,
दो गम दुख की धारा है,
चार मास चौमासो बरसे,
अरे आठ मास सियाला हे ओ जी हा।।
ए हे उतपुतका टेशन के ऊपर,
ओ ज्यारा ऐल जमारा है,
उतपुतका टेशन के ऊपर,
ओ ज्यारा ऐल जमारा है,
पने ताप कड खुमर जावे,
अरे जीना जीव हमारा हे ओ जी हा।।
ए हे अंडखान टेशन के ऊपर,
ओ ज्यारा सफल जमारा है,
अंडखान टेशन के ऊपर,
ज्यारा सफल जमारा है,
भूख प्यास वही मरे जो,
आठ पेर दुखीयारा हे ओ जी हा।।
ए हे पिंडखान टेशन के ऊपर,
ग्यानी करे विचारा है,
पिंडखान टेशन के ऊपर,
ग्यानी करे विचारा है,
चार पगो रा ढोर मोकला,
अरे दोय पगो रा थोडा हे ओ जी हा।।
ए हे लादुपदमजी गुरू हमारा,
अरे पक्को बंगला वाला है,
लादुपदमजी गुरू हमारा,
पक्को बंगला वाला है,
अरे गुर्जर गरीब ओ कनीराम,
ओ तन मन धन कुरबाना हे ओ जी हा।।
लख चोरासी रा छोटा टेशन,
मोटा मिनक जमारा है,
उन टेशन भगवान मिले तो,
अरे शरना श्याम तुम्हारा हे ओ जी हा।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818