लाखो पापी तार दिए,
सुनते है सरकार,
छोटी सी अर्जी मेरी,
कर लेना स्वीकार,
अंत समय जब आये मेरा,
अंत समय जब आये मेरा,
वो ग्यारस की शाम हो,
लब पे तेरा नाम हो,
जय जय श्री श्याम हो।।
तर्ज – सूरत बड़ी है प्यारी माँ की।
कीर्तन तेरा करते करते,
हम तुझमे ही खो जाये,
तेरी गोद में साँवरिया हम,
सर को रखके सो जाए,
जीवन के अनबूझ सफर का,
जीवन के अनबूझ सफर का,
कुछ ऐसा अंजाम हो,
लब पे तेरा नाम हो,
जय जय श्री श्याम हो।।
श्याम नाम की चादर तन पे,
अंतिम वस्त्र हमारा हो,
अंतिम सफर पे जब मैं निकलूं,
जय श्री श्याम का नारा हो,
पंचतत्व में खो जाऊं मैं,
पंचतत्व में खो जाऊं मैं,
जगह वो खाटू धाम हो,
लब पे तेरा नाम हो,
जय जय श्री श्याम हो।।
‘सूरज’ की छोटी सी तमन्ना,
एक खुदगर्ज़ की अर्जी है,
मानो या ना मानो बाबा,
आगे तेरी मर्ज़ी है,
थोड़ी सी जो सेवा की हो,
थोड़ी सी जो सेवा की हो,
उसका ये इनाम हो,
लब पे तेरा नाम हो,
जय जय श्री श्याम हो।।
लाखो पापी तार दिए,
सुनते है सरकार,
छोटी सी अर्जी मेरी,
कर लेना स्वीकार,
अंत समय जब आये मेरा,
अंत समय जब आये मेरा,
वो ग्यारस की शाम हो,
लब पे तेरा नाम हो,
जय जय श्री श्याम हो।।
Singer – Saurabh Madhukar