हो लाल लंगोटे आले आ,
तेरी जोत होई प्रचण्ड।।
आण विराजौ मुगदरधारी,
आण विराजौ मुगदरधारी,
तुम जैसा ना राम पुजारी,
तुम जैसा ना राम पुजारी,
हो एक ब आकः दर्श दिखा,
तेरी जोत जगः अखण्ड,
हो लाल लंगोटे आले या,
तेरी जोत होई प्रचण्ड।।
भक्तां ने तेरी चौकी लाई,
भक्तां ने तेरी चौकी लाई,
दुनिया गावः तेरी बडाई,
दुनिया गावः तेरी बडाई,
हो बाबा संकट काट दिखा,
असुरां ने दे दे क दण्ड,
हो लाल लंगोटे आले या,
तेरी जोत होई प्रचण्ड।।
मेंहदीपुर में तेरा ठिकाणा,
मेंहदीपुर में तेरा ठिकाणा,
भक्तां ने तुं खुब रिझाणा,
भक्तां ने तुं खुब रिझाणा,
हो तेरे कैसा और देवता ना,
या दुनिया करः पाखण्ड,
हो लाल लंगोटे आले या,
तेरी जोत होई प्रचण्ड।।
‘ओमप्रकाश’ दीवाना हो गया,
‘ओमप्रकाश’ दीवाना हो गया,
अशोक भक्त भक्ति में खो गया,
अशोक भक्त भक्ति में खो गया,
हो बाबा बैठ चुरमे का भोग लगा,
जब पड़ै मेरे कालजे मे ठंड,
हो लाल लंगोटे आले या,
तेरी जोत होई प्रचण्ड।।
हो लाल लंगोटे आले आ,
तेरी जोत होई प्रचण्ड।।
स्वर – नरेंद्र कौशिक।
भजन प्रेषक,
राकेश कुमार
9992976579