लाया हूँ श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए,
वन्दना तेरे लिए है,
और नमन तेरे लिए,
लाया हूं श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए।।
दास हूँ तेरा कन्हैेया,
कुछ दया कर दीजिए,
मैने फैलाई है झौली,
दे के वर भर दीजिए,
मांगता हूँ ये करूं मैं,
गुण कथन तेरे लिए,
लाया हूं श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए।।
शीश दानी हो प्रभु तुम,
काम मेरे आइये,
ज्ञान का देकर ऊजाला,
रास्ता दिखलाइये,
है नहीं मुशिकल हे दाता,
इक किरन तेरे लिए,
लाया हूं श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए।।
उड गये सुख साज सारे,
एक आंधी वो चली,
आ चुभी सीने मेरे,
घोर विपदा की शली,
चैन मिल जाये करूं मैं,
यूं रूदन तेरे लिए,
लाया हूं श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए।।
है नहीं मिष्ठान मेवा,
ना ही धन लाया हूँ मैं,
भावना के टूक सुखे,
लेके बस आया हूँ मैं,
अब ‘गजेसिहं’ भेट में दे,
क्या रतन तेरे लिए,
लाया हूं श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए।।
लाया हूँ श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए,
वन्दना तेरे लिए है,
और नमन तेरे लिए,
लाया हूं श्रद्धा के दाता,
दो सुमन तेरे लिए।।
गायक – विकास रघुवंशी जी।
9910764854