लेके चलो श्याम के,
पावन निशान को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को।।
फागण में ले करके निशान,
प्रेमी है आगे बढ़ा,
मेले में हो करके मगन,
खाटु को बढ़ता चला,
सावरिया तेरी यारी का,
ऐसा चस्का लगा,
लेके चलों श्याम के,
पावन निशान को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को।।
दानी है वो सबसे बड़ा,
हारे का साथी बना,
लेता है वो सबकी खबर,
आसन पे बैठा हुआ,
साथ है तेरे बाबा,
तो काहे को डरना,
लेके चलों श्याम के,
पावन निशान को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को।।
कौन अमीर कौन गरीब,
बाबा ना ये देखता,
उसके लिए सब एक है,
करता वो सबका भला,
हर मेले में बाबा,
तेरा ‘संजीव’ आता रहे,
हाथों में लेके निशान,
तेरे भजनो को गाता चले,
लेके चलों श्याम के,
पावन निशान को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को।।
लेके चलो श्याम के,
पावन निशान को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को,
मस्ती में तुम भी चलो,
खाटू के धाम को।।
Singer & Writer – Sanjeev Sharma