लिख दी मैंने कर दी मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम,
लिख दी मैने कर दी मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम।।
तर्ज – करुणामयी कृपामयी राधे।
ऐ मेरे बांके बिहारी,
आप ही मेरी जिंदगी,
ऐसी कर दो अब कृपा,
करता रहूं तेरी बंदगी,
ये दीवानगी मेरी आशिकी,
ये दीवानगी मेरी आशिकी,
सब कुछ बिहारी जी के नाम,
लिख दि मैने कर दि मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम।।
तड़पे पल पल अब मिलन को,
प्यासी मेरी जिंदगी,
तेरे हाथों सौंप दी,
प्यारे मैंने ये जिंदगी,
धड़कन तड़पते दिल की ये,
धड़कन तड़पते दिल की ये,
अर्पण बिहारी जी के नाम,
लिख दि मैने कर दि मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम।।
जिंदगी को जिंदगी का,
आखरी अरमान है,
‘चित्र विचित्र’ की जिंदगी,
जिंदगी पे भी कुर्बान है,
पागल का पागल प्यार है,
पागल का पागल प्यार है,
बांके बिहारी जी के नाम,
लिख दि मैने कर दि मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम।।
लिख दी मैंने कर दी मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम,
लिख दी मैने कर दी मैंने,
जिंदगी बिहारी जी के नाम।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महराज।
बहुत बहुत अच्छा लगा