लिखने वाले ने लिख डाले,
मिलन के साथ बिछोड़े,
आजा अब श्याम सलोने,
दिन रह गए थोड़े।।
बरसो बीते तुम बिन साजन,
बरसो बीते तुम बिन मोहन,
बेरंग फागुन सुना सावन,
बेरंग फागुन सुना सावन,
कुछ ना भाये तुम ना आये,
बीते ना दिन ये निगोड़े,
आजा अब श्याम सलोने,
दिन रह गए थोड़े।।
सुख गया आँखों का पानी,
सुख गया आँखों का पानी,
रह गई अधूरी अपनी कहानी,
रह गई अधूरी अपनी कहानी,
आने वाले सब ही आये,
आये ना प्रीतम मोरे,
आजा अब श्याम सलोने,
दिन रह गए थोड़े।।
बावरा बन मन वन वन डोले,
बावरा बन मन वन वन डोले,
भेद ये दिल के सारे खोले,
भेद ये दिल के सारे खोले,
बात आखरी इस बिरहन की,
प्रीत श्याम संग जोड़े,
आजा अब श्याम सलोने,
दिन रह गए थोड़े।।
लिखने वाले ने लिख डाले,
मिलन के साथ बिछोड़े,
आजा अब श्याम सलोने,
दिन रह गए थोड़े।।