लीलो लीलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
झट भागे घोड़ो,
पट आवे श्याम,
भगता का बिगड़ा,
बनावे सारा काम।
लिलो लिलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
लीलो सेवा म यो आगे,
हुकुम करें श्याम,
दुखियों से मिलने,
जावे उनके गाँव।
लिलो लिलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
लीलो घोर होवे संकट,
जपो उनका नाम,
प्रेमियों का भेज देवें,
झठ पैगाम।
लिलो लिलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
लीलो पीवे केवल,
श्याम नाम जाम,
उछल उछल नाचे,
लागे नहीं दाम।
लिलो लिलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
लीलो “केशव” कहो चाहे,
कहो “राधेश्याम”,
दीन दयालु म्हारो,
खाटू वालो श्याम।
लिलो लिलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
लीलो लीलो घोड़ो,
लाल लगाम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम,
सज धज बैठो म्हारो,
खाटू वालो श्याम।।
भजन रचियता – राधेश्याम वत्स।
(नांगलोई दिल्ली)
9968876415,
श्री श्याम सेवक मंडल।
झाँसवा झज्जर हरियाणा।