दुनिया भर में सिक्को चाले,
श्याम नाम को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्री श्याम को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्रीं श्याम को।।
श्याम जी को नाम बड़ो,
दुनिया में छायो है,
शीश दान दे के बाबो,
नाम कमायो है,
चमत्कार अलबेलो,
बाबे के निशान को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्रीं श्याम को।।
खाटू मांहि बैठयो बाबो,
न्याय चूकावै है,
हार के आवै दर पे वो भी,
जीत के जावै है,
हारयोड्डा को साथी है,
भक्तां के काम को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्रीं श्याम को।।
फागण मांहि मेलो,
बाबो श्याम लगावे है,
मन ईच्छा फल पूरी कर,
भंडार लूटावे है,
‘सत्तु-नरसी’ चाकर बन गयो,
खाटू धाम को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्रीं श्याम को।।
दुनिया भर में सिक्को चाले,
श्याम नाम को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्री श्याम को,
गाड़ी पै लगायो,
लोगो जय श्रीं श्याम को।।
लेखक – श्री सत्यनारायण बागड़ा जी जयपुर।
गायक – श्री नरेश नरसी जी फतेहाबाद।
प्रेषक – प्रदीप सिंघल (जीन्द वाले)