माँ अंजनी के लाल, सुनले ना मेरी पुकार
(तर्ज :- ना कजरे की धार … फि॰ मोहरा)
माँ अंजनी के लाल, सुनले ना मेरी पुकार
हो जायेँ भव से पार हम पे कृपा जो तेरी हो॥
माँ अंजनी के …
दरबार तेरा पावन, लगती है शोभा प्यारी।
महिमा तेरी है निराली जाने दुनिया सारी।
तेरी भक्ति से, तेरी शक्ति से–2
मिट जाते सब जंजाल॥१॥
माँ अंजनी के …
तेरी कितनी करूँ बड़ाई, रामचन्द्र के बने सहाई।
लाके संजीवन बूँटी, लक्ष्मण की जान बचाई।
भीड़ पड़े जब, भक्तोँ पे तब–2
तू संकट देता सब टाल॥२॥
माँ अंजनी के…
ओ सालासर के राजा, सारो सबके काजा।
शरण मेँ पड़ा हूँ तेरी, मेरी बिगड़ी बनाजा।
विनती सुनले, ‘खेदड़’ की–2
दु:खोँ से गया हूँ हार॥३॥
माँ अंजनी के …
Bhajan By “PKhedar”