मारगीयो झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो।
दोहा – सायब तेरी सायबी,
मोहे लागे हैं कित दूर,
जो पाया उन्हें मिला,
ज्यारे मुख पे बरसे नूर।
मारगीयो झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो,
ए मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो अरे जोगाराम रो,
ए पंछीराम रो ए जोगाराम रो,
मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो,
ए मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो।।
अरे खोंडा वाली धार,
सुई वालो धागो रे,
अरे भई खोंडा वाली धार,
सुई वालो धागो रे,
अरे असल सुई वालो धागो रे,
जोगाराम रो,
अरे असल सुई वालो धागो रे,
जोगाराम रो,
ए मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो।।
अरे कटडी सुरत,
नरतपर लागी रे,
ए भई कटडी सुरत,
नरतपर लागी रे,
अरे अमे ढोलकी रो डाको,
जोगाराम रो,
अरे ढोलकी रो डाको,
जोगाराम रो,
ए मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो।।
ए ऊंडा ऊंडा नीर,
अथंग जल भरीया रे,
ए भई ऊंडा ऊंडा नीर,
अथंग जल भरीया रे,
अरे नीर पीवे कोई बिल्लो,
जोगाराम रो,
अरे नीर पीवे कोई बिल्लो,
जोगाराम रो,
ए मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो।।
अरे कहस कबीर सुनो भई साधु रे,
अरे कहस कबीर सुनो भई साधु रे,
अरे संत दियो जट हाथो रे,
जोगाराम रो,
अरे संत दियो जट हाथो रे,
जोगाराम रो,
ए मारगीयों झीणो झीणो रे,
जोगाराम रो।।
अरे तनरा तार,
मारे मनडा री माला,
अरे तनरा तार,
मारे मनडा री माला,
ए माला मणीयो,
मारे मन में फिरे,
अरे माला रो मणीयो,
मारे मन में फिरे।।
अरे घट माई मन्दिर मारे,
घट माई देवता,
अरे घट माई मन्दिर मारे,
घट माई देवता,
अरे मन्दिर वालो दिवलो,
मारे घट में जले,
अरे मन्दिर वालो दिवलो,
मारे घट में जले,
अरे तन रा तार मारे,
मनडा री माला,
अरे तन रा तार,
मारे मनडा री माला,
ए माला रो मणीयो,
मारे मन में फिरे,
ओ माला रो मणीयो,
मारे मन में फिरे।।
गायक – शंकर जी टाक।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818