मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान।
श्लोक
श्रद्धा रखो जगत के लोगो,
अपने दीनानाथ मे,
लाभ हानि जीवन और मृत्यु,
सब कुछ उस के हाथ मे।
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान,
बाल न बाका होता उसका,
जिसका रक्षक दयानिधान।।
त्याग दो रे भाई फल की आशा,
स्वार्थ बिना प्रीत जोड़ो,
कल क्या होगा इस की चिंता,
जगत पिता पर छोड़ो,
क्या होनी है क्या अनहोनी,
सब का उसको ज्ञान,
मारने वाला है भगवान,
बचाने वाला है भगवान,
बाल न बाका होता उसका,
जिसका रक्षक दयानिधान।।
जल थल अगन आकाश पवन पर,
केवल उसकी सत्ता,
प्रभु इच्छा के बिना यहाँ पर,
हिल ना सके एक पत्ता,
उसी का सोचा यहाँ पे होता,
उसकी शक्ति महान,
मारने वाला हैं भगवान,
बचाने वाला है भगवान,
बाल न बाका होता उसका,
जिसका रक्षक दयानिधान।।
मारने वाला हैं भगवान,
बचाने वाला है भगवान,
बाल न बाका होता उसका,
जिसका रक्षक दयानिधान।।
जी बहुत ही बढिया सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला जी?
जो मनुष्य जीव अपने अंतर आत्मामे उतरकर मन से गहरे सांसो का अनुकरण यां अनुसंधान करें तो उसे अपने आप जीवन में जीते जी ही भगवान की सत्ता और ईश्वर की आज्ञा का अनुभव जरूर होगा। महेरबानी करके जरूर कोशिश करें? भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं है।
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परम सत्य