महाकाल की भक्ति से,
मालामाल हो गया,
कहते हैं दुनिया वाले,
यह कमाल हो गया।।
एक जमाना था,
दुनिया मुझ पर हंसती थी,
मेरे भोले की मुझे,
चढ़ती ऐसी मस्ती थी,
जब से गया उज्जैन तो,
दीदार हो गया,
महाँकाल की भक्ति से,
मालामाल हो गया।।
तेरे दरबार में भोले,
जो कोई आता है,
उसे भोले कभी,
खाली नहीं लौटाता है,
जब से दीवाना तेरा,
देवीलाल हो गया,
महाँकाल की भक्ति से,
मालामाल हो गया।।
महाकाल की भक्ति से,
मालामाल हो गया,
कहते हैं दुनिया वाले,
यह कमाल हो गया।।
गायक – देवीलाल सेन।
8821042045