महिनो फागण को भाईड़ा,
बाबो श्याम बुलावे जी,
महिनो फागण को,
श्याम बुलावे जी,
बाबा री याद सतावे जी,
महिनो फागण को।।
ले हाथा म निशान श्याम को,
खाटू नगरी चाला जी,
घुमर घाला चंग बजावा,
श्याम रिझावा जी,
महिनो फागण को।।
खीर चुरमा रो भोग लगाकर,
दर्शण थारा पावा जी,
नाच नाचकर चंग बजावा,
भगत रिझावा जी,
महिनो फागण को।।
भगता की अर्जी है बाबा,
बार बार बुलाओ जी,
संदीप जोशी आसी थारा,
दर्शण पासी जी,
महिनो फागण को।।
महिनो फागण को भाईड़ा,
बाबो श्याम बुलावे जी,
महिनो फागण को,
श्याम बुलावे जी,
बाबा री याद सतावे जी,
महिनो फागण को।।
गायक – संदीप जोशी।
97996 54336
प्रेषक – नवरत्न पारीक सुजानगढ़।
9887140192