माई बिटिया घर की,
लाडली हो माँ।।
मुदित मगन मन करलो री,
भई बेटी अवतार,
दो दो कुल खेँ तारन,
हो मैया दो दो कुल खेँ तारन,
आई तारन हार,
माई बिटियाँ घर की,
लाडली हो माँ।।
सीता जनक दुलारी रे,
ब्याहे रघुवंश,
सास ससुर की सेवा,
हो मैया सास ससुर की सेवा,
और झेले सब दंश,
माई बिटियाँ घर की,
लाडली हो माँ।।
लक्ष्मी बाई इक रानी रे,
झांसी को राज,
आन बान पे मिट गई,
हो मैया आन बान पे मिट गई,
जाने सकल समाज,
माई बिटियाँ घर की,
लाडली हो माँ।।
पतिव्रता सावित्री की,
है महिमा अपार,
यमराज से लड़ गई,
हो मैया यमराज से लड़ गई,
जाने सारा संसार,
माई बिटियाँ घर की,
लाडली हो माँ।।
माई बिटिया घर की,
लाडली हो माँ।।
गायक / प्रेषक – कमलेश सोनी।
9893803384