मैं बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश,
मेरे साथ साथ में हरदम,
मेरे साथ साथ में हरदम,
चलता है खाटू नरेश,
मै बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश।।
एक झोला कंधे पे जिसमें,
श्याम भजन की पोथी है,
इस पोथी में श्याम नाम के,
कितने हीरे मोती है,
जब श्याम दीवाने मिलते,
जब श्याम दीवाने मिलते,
उन्हें करता हूँ मैं पेश,
मै बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश।।
आज यहाँ कल वहां ठिकाना,
इस नगरी कभी उस नगरी,
जाऊं जहाँ वहीं मिलती है,
श्याम की बगियाँ हरी भरी,
जो श्याम शरण में रहते,
जो श्याम शरण में रहते,
उन्हें कोई नही कलेश
मै बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश।।
नित्य नया दरबार लगाकर,
मिलता श्याम सलोना है,
नए नए रूपों में मुझपे,
करता जादू टोना है,
मुझको दर्शन देता है,
मुझको दर्शन देता है,
वो बदल बदल के भेष,
मै बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश।।
जीवन में रंग भरने वाले,
कारीगर को क्या दूँ मैं,
दिल भी इसका जान भी इसकी,
इसके लिए क्या त्यागु मैं,
‘बिन्नू’ पे दृष्टि दया की,
‘बिन्नू’ पे दृष्टि दया की,
ये रखता नित्य हमेश,
मै बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश।।
मैं बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश,
मेरे साथ साथ में हरदम,
मेरे साथ साथ में हरदम,
चलता है खाटू नरेश,
मै बंजारा श्याम का,
घूमूं देश प्रदेश।।
Singer – Rajendra Thakur