मैं जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने।।
श्लोक – तेरा चिंतन मैं करता हूँ,
मेरी चिंता तू कर प्यारे,
मैं फेरू बस तेरी माला,
तू कर मेरी फिकर प्यारे।
मैं जपूँ श्याम तेरा नाम,
मैं जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने,
तेरा सुमिरन मेरा काम,
बाकी तू जाने,
तू जाने तू जाने तू जाने,
श्याम मेरे सब तू जाने,
मैं हो गया तेरा गुलाम,
बाकी तू जाने,
मै जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने।।
तेरी सहारे चलती है,
मेरे परिवार की नैय्या,
तू पतवार है मेरी बाबा,
तू ही मेरा खेवैीया
तेरा दामन लिया है थाम,
बाकी तू जाने,
मै जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने।।
मैं इस मन को क्यों उलझाऊ,
माया के बंधन में,
मेरा हर पल मौज से गुज़रे,
श्याम तेरे वंदन में,
तेरे नाम के पियू मैं जाम,
बाकी तू जाने,
मै जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने।।
शीश के दानी शीश मेरा रहे,
सदा तेरे पाव में
लखदातार स्वर्ग मेरा है,
तेरी करुणा की छाओ में,
मैं करू यही आराम,
बाकी तू जाने,
मै जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने।।
मैं जपूँ श्याम तेरा नाम,
मै जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने,
तेरा सुमिरन मेरा काम,
बाकी तू जाने,
तू जाने तू जाने तू जाने,
श्याम मेरे सब तू जाने,
मैं हो गया तेरा गुलाम,
बाकी तू जाने,
मै जपूँ श्याम तेरा नाम,
बाकी तू जाने।।
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