मैं झोली पसारे खड़ा,
जरा देखो इधर बाबा,
मेरे नैनो में आंसू है,
जरा देखो इधर बाबा।।
तेरे होते क्यों दुःख पाऊँ,
क्यों दर दर की ठोकर खाऊँ,
मैं तो अब हुँ अब हारा,
जरा देखो इधर बाबा,
जरा देखो इधर बाबा।।
क्यों तू मुझसे रूठ गया है,
जीवन मेरा रुक सा गया है,
कुछ दे दो मुझे इशारा,
जरा देखो इधर बाबा।।
नजरे तुमसे हटती नही है,
नजरो से नजरे मिलती नही है,
क्यों तार से तार टुटा,
जरा देखो इधर बाबा।।
ज्यादा कुछ नहीं तुमसे मांगू,
पहली जैसी किरपा चाहूँ,
जरा तुलसी पत्ता हिला,
जरा देखो इधर बाबा।।
तुलसी पत्ता जो मिल जाएगा,
जीवन फिर से खिल जाएगा,
संजीवन बूटी मिला,
जरा देखो इधर बाबा।।
मैं झोली पसारे खड़ा,
जरा देखो इधर बाबा,
मेरे नैनो में आंसू है,
जरा देखो इधर बाबा।।
गायक – राजेश अटोलिया।
प्रेषक – हंसराज गुप्ता
9309048948