मैं ना भूलूंगी,
श्याम तुम्हारे एहसानों को,
मै ना भूलूंगी,
मै ना भूलूंगी।।
तर्ज – मैं ना भूलूंगा।
मैं दिन वो याद करूँ,
मैं दिन वो याद करूँ,
तो मन ही मन मैं डरुँ,
गुजारा कैसे चले,
ये सोचूं आहे भरूँ,
अपने भजनों की सेवा में,
हमे लगाया हैं,
जीने की ये राह दिखाना,
मै ना भूलूंगी,
मै ना भूलूंगी।।
वचन कड़वे भारी,
वचन कड़वे भारी,
मैं सुन सुन कर हारी,
श्याम तूने मुरझाई,
खिला दी अंगना फुलवारी,
इस बांझन की गोद में तूने,
लाल दिया बाबा,
ममता का मोल कभी भी,
मै ना भूलूंगी,
मै ना भूलूंगी।।
मेरे अपने रूठे,
मेरे अपने रूठे,
सहारे सब छुटे,
खून के रिश्ते भी,
ना जाने कब टूटे,
बनके सहारा खाटू वाले,
पल में तू तो आया,
श्याम तुम्हारी दातारी को,
मै ना भूलूंगी,
मै ना भूलूंगी।।
रात बारस की थी,
रात बारस की थी,
भजन तेरे मैं गाई थी,
सुबह जो आई थी,
वो आफत लेकर आयी थी,
काल के मुंह से हम दोनों को,
‘हर्ष’ निकाला है,
जीवन हमको दान में देना,
मै ना भूलूंगी,
मै ना भूलूंगी।।
मैं ना भूलूंगी,
श्याम तुम्हारे एहसानों को,
मै ना भूलूंगी,
मै ना भूलूंगी।।
Singer – Rajnish Sharma