मैं तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया,
जय जय श्री श्याम गाऊँ,
सुबह और शाम गाऊँ,
मै तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया।।
हार के जो आया खाटू,
तूने ही संभाला था,
दुखड़ो का मारा था जब,
तूने ही निकाला था,
मैं तेरे चरणों की धुली हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया,
जय जय श्री श्याम गाऊँ,
सुबह और शाम गाऊँ,
मै तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया।।
तेरा मेरा रिश्ता बाबा,
जग से बेगाना है,
जितना किसी ने ना जाना,
उतना तूने जाना है,
चरणों में तेरे बेफिकर सो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया,
जय जय श्री श्याम गाऊँ,
सुबह और शाम गाऊँ,
मै तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया।।
मीरा सी लगन लग गई,
नानी जैसे भाव है,
नरसी और सुदामा जैसे,
राज के अभाव है,
पाके तुझे जीवन ये सफल हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया,
जय जय श्री श्याम गाऊँ,
सुबह और शाम गाऊँ,
मै तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया।।
मैं तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया,
जय जय श्री श्याम गाऊँ,
सुबह और शाम गाऊँ,
मै तो दीवाना श्याम तेरा हो गया,
खाटू की गलियों में ये दिल खो गया।।
स्वर – सौरव शर्मा।