मैं तो डूंगरा में रह लुंगी रे मैया,
परणूगी भोला नाथ अमली,
नाथ अमली रे,
भोला नाथ अमली,
मैं तो डूंगरा में रह लुंगी रे मैया,
परणूगी भोला नाथ अमली।।
ना मांगू रे थांसु महल और मेड़ी,
ना मांगू रे थांसु महल और मेड़ी,
मै तो डूंगरा में रह लुंगी रे मैया,
परणूगी भोला नाथ अमली।।
ना मांगू रे मैया ढोल नगाड़ा,
मैं तो डमरू पे ही,
मैं तो डमरू पे ही नाच लुंगी मैया,
परणूगी भोला नाथ अमली।।
ना मांगू रे मैया जेवर गहनों,
ना मांगू रे मैया जेवर गहनों,
मैं तो नाग गले लिपटालू,
परणूगी भोला नाथ अमली।।
ना मांगू रे मैया सास ससुर जी,
ना मांगू रे मैया सास ससुर जी,
मैं तो नाडिया से बतलालु,
परणूगी भोला नाथ अमली।।
मैं तो डूंगरा में रह लुंगी रे मैया,
परणूगी भोला नाथ अमली,
नाथ अमली रे,
भोला नाथ अमली,
मैं तो डूंगरा में रह लुंगी रे मैया,
परणूगी भोला नाथ अमली।।
– गायक एवं प्रेषक –
रामचंद्र जी सुमन।
संपर्क – 8890040123