मतलब से भरी दुनिया को छोड़ के,
श्याम धणी सरकार,
आया तेरे द्वार,
सुनलो मेरी पुकार,
मैं तो गया हूँ हार,
मेरे सांवरे सरकार,
मतलब से भरी दुनिया को छोड़ के,
श्याम धणी सरकार।।
खुशियां हुई ओझल,
छाये है अंधियारे,
कल तक जो अपने थे,
दुश्मन हुए सारे,
अरदास यही है श्याम धणी,
चरणों में रख लो दास,
कर दो ना उपकार,
सुनलो मेरी पुकार,
श्याम धणी सरकार,
सुनलो मेरी पुकार।।
अब छोड़ कर तुमको,
कहीं और ना जाऊं,
तेरी चौखट पे बाबा,
चाहे मैं मर जाऊं,
विश्वास यही है श्याम धणी,
होगी ना मेरी हार,
इतनी लेकर आस,
आया तेरे द्वार,
श्याम धणी सरकार,
सुनलो मेरी पुकार।।
आँखों से अश्क़ों की,
धारा ये बहती है,
धड़कन मेरी बाबा,
हर पल ये कहती है,
हारे को मिलती जीत यहाँ,
है सच्चा ये दरबार,
होके बड़ा लाचार,
आया तेरे द्वार,
श्याम धणी सरकार,
सुनलो मेरी पुकार।।
मतलब से भरी दुनिया को छोड़ के,
श्याम धणी सरकार,
आया तेरे द्वार,
सुनलो मेरी पुकार,
मैं तो गया हूँ हार,
मेरे सांवरे सरकार,
मतलब से भरी दुनिया को छोड़ के,
श्याम धणी सरकार।।
गायक – श्री देव बाम्बीवाल नागदा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365