चरण रज लेने का कान्हा की,
मैं वृन्दावन को आई हूँ,
मैं वृंदावन को आई हूं,
मैं वृंदावन को आई हूं,
अरे रसिया ओ मन बसिया,
मैं वृंदावन को आई हूं।।
मैं राधे राधे गाउंगी,
श्री यमुना जी नहाउंगी,
श्री यमुना जी नहाउंगी,
अरे मोहन ओ मन मोहन,
मैं वृंदावन को आई हूं।bd।
छोड़ आए जमाने को,
ओ कान्हा तुमको पाने को,
ओ कान्हा तुमको पाने को,
अरे श्यामा ओ घनश्यामा,
मैं वृंदावन को आई हूं।bd।
चरण रज लेने का कान्हा की,
मैं वृन्दावन को आई हूँ,
मैं वृंदावन को आई हूं,
मैं वृंदावन को आई हूं,
अरे रसिया ओ मन बसिया,
मैं वृंदावन को आई हूं।।
Singer – Shakti Dubey