वो हारे का सहारा है,
सरेआम लिख दिया,
मैंने गाड़ी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया,
खुद को खाटू वाले का,
गुलाम लिख दिया,
मैंने गाडी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया।।
डैशबोर्ड पर बाबा की,
सुंदर तस्वीर लगाई है,
मोर पंख और फूलों से,
वह हमने खूब सजाई है,
बैक व्यू मिरर पे,
मालिक का नाम लिख दिया,
मैंने गाडी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया।।
ओम श्री श्याम देवाय नमः,
संग तीन बाण बनवाए है,
गाडी के पिछले शीशे पर,
बड़े-बड़े लिखवाए है,
जो सबको पार लगाए,
मंत्र महान लिख दिया,
मैंने गाडी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया।।
हर ग्यारस पे गाड़ी ये,
बाबा के दर पर जाती है,
“राजू” से “उत्तम” भक्तों को,
खाटू धाम पहुंचाती है,
हर शाम दीवाने के लिए,
पैगाम लिख दिया,
मैंने गाडी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया।।
वो हारे का सहारा है,
सरेआम लिख दिया,
मैंने गाड़ी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया,
खुद को खाटू वाले का,
गुलाम लिख दिया,
मैंने गाडी पे,
खाटू वाला श्याम लिख दिया।।
गायक व लेखक – राजू उत्तम।
9872573004
म्यूजिक – गगन सिद्धू।