मैया दइयो हमें वरदान,
कि आये तोरे दरसन को।।
मैं दुखयारी मैया मोरो,
दुःख न कोउ जाने,
गोद भरो मोरी मैया,
मारे सास ननदिया ताने,
घर आई जा कहाँ की बाँझ,
कि आये तोरे दरसन को,
मैया दइयो हमे वरदान,
कि आये तोरे दरसन को।।
बात छुपी न तुमसें कोनऊ,
तुम सब जानन हारी,
सबकी करो सहाय कि मैया,
तुम हौ जगत महतारी,
मैया हम हैँ तुम्हारे लाल,
कि आये तोरे दरसन को,
मैया दइयो हमे वरदान,
कि आये तोरे दरसन को।।
बड़ी दूर से आये मैया,
तोरे दरस के लाने,
सबकी मुरादें पूरी करदो,
दुःखिया जो मन मांगें,
मैया दइयो दया को दान,
कि आये तोरे दरसन को,
मैया दइयो हमे वरदान,
कि आये तोरे दरसन को।।
मैया दइयो हमें वरदान,
कि आये तोरे दरसन को।।
रचना / गायन – मनोज कुमार खरे।