मैया देने वाली है हम लेने वाले है,
आज खाली हाथ नहीं जाना,
जिसे चाहिए वो हाथ उठाना।।
रोज-रोज मांगने का आदत ही छोड़ दो,
जिसे जितना चाहिए वो आज मुह खोल दो,
आज अच्छा मौका है किसने तुम्हे टोका है,
बिलकुल भी नहीं शर्माना,
जिसे चाहिए वो हाथ उठाना।।
लाखों-लाखों लेने वाले दातार एक है,
पल भर में बदल देती किस्मत की रेखा है,
भक्त थोड़े ज्यादा है लेने का इरादा है,
तो सबसे पहले हाथ उठाना,
जिसे चाहिए वो हाथ उठाना।।
हाथ मे ना आये तो झोली तू पसार दे,
खूब लेके जाना आज माँ के दरबार से,
झोली भर जाए तो काम बन जाये तो,
‘बनवारी’ तू रोज गुण गाना,
जिसे चाहिए वो हाथ उठाना।।
मैया देने वाली है हम लेने वाले है,
आज खाली हाथ नहीं जाना,
जिसे चाहिए वो हाथ उठाना।।
Singer : Vivek Sarna
भजन प्रेषक –
शास्त्री महाराज(घनश्याम त्रिपाठी)
स्व-रामलाल आचार्य